‘प्रौढ़ शिक्षा, का नाम अब ‘सभी के लिए शिक्षा’

नई दिल्ली, 16 फरवरी 2022

सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और बजट घोषणा 2021-22 के अनुरूप वयस्क शिक्षा के सभी पहलुओं को कवर करने के लिए वित्त वर्ष 2022-2027 की अवधि के लिए एक नई योजना “नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (नव भारत साक्षरता कार्यक्रम) को मंजूरी दी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रौढ़ शिक्षा और आजीवन सीखने की सिफारिशें हैं।

‘प्रौढ़ शिक्षा’ का नाम अब ‘सभी के लिए शिक्षा’ है l एक प्रगतिशील कदम के रूप में, यह निर्णय लिया गया है कि अब से “सभी के लिए शिक्षा” शब्द का उपयोग “वयस्क शिक्षा” के स्थान पर किया जाएगा। मंत्रालय इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि “वयस्क शिक्षा” शब्दावली में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के सभी गैर-साक्षरों को उचित रूप से शामिल नहीं किया जा रहा है।

2011 की जनगणना के अनुसार देश में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग में निरक्षरों की कुल संख्या 25.76 करोड़ (पुरुष 9.08 करोड़, महिला 16.68 करोड़) है। 2009-10 से 2017-18 के दौरान साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत साक्षर के रूप में प्रमाणित व्यक्तियों की 7.64 करोड़ की प्रगति को ध्यान में रखते हुए, यह अनुमान लगाया गया है कि वर्तमान में भारत में लगभग 18.12 करोड़ वयस्क अभी भी गैर-साक्षर हैं।

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