आईआईटी रुड़की में राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग सुविधा का उद्घाटन 07 मार्च, 2022 को श्री बीवीआर मोहन रेड्डी, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईटी रुड़की द्वारा किया गया था। राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) ने सुविधा के अंदर स्थापित 1.66 पेटाफ्लॉप्स की सुपरकंप्यूटिंग क्षमता के साथ सुपर कंप्यूटर “परम गंगा” तैनात किया गया है।

सिस्टम को एनएसएम के निर्माण दृष्टिकोण के चरण 2 के तहत सी-डैक द्वारा डिजाइन और चालू किया गया है। इस प्रणाली को बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले यह प्रणाली एनएसएम की चरण-2 की निर्माण पहुंच के तहत सी-डैक द्वारा डिजाइन और चालू की गई है। इस प्रणाली के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश घटकों को सी-डैक द्वारा स्वदेशी सॉफ्टवेयर स्टैक के साथ भारत में निर्मित और असेंबल किया गया है। यह भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल की दिशा में एक कदम है। इस प्रकार के सुपरकंप्यूटर की उपलब्धता से आईआईटी रुड़की और उसके आसपास के शैक्षणिक संस्थानों के उपयोगकर्ता समुदाय को कम्प्यूटेशनल शक्ति प्रदान करने पर ध्यान देते हुए विज्ञान और इंजीनियरिंग के बहु-विषयी क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास गतिविधियों में तेजी लाने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) एवं विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित तथा सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक) और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। इस मिशन ने काफी प्रगति की है। इस मिशन (एनएसएम) के चार प्रमुख स्तम्भ हैं जिनके नाम बुनियादी ढांचा, अनुप्रयोग, अनुसंधान एवं विकास, मानव संसाधन विकास हैं। ये स्तम्भ देश के स्वदेशी सुपरकंप्यूटिंग इकोसिस्टम को विकसित करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुशलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं।