इसरो ने 30 जून को सतीश धवन द्वारा श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से तीन सिंगापुर उपग्रहों को ले जाने वाले PSLV-C53 रॉकेट को लॉन्च किया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 30 जून को शाम 6.02 बजे सिंगापुर में तीन उपग्रहों को लेकर पीएसएलवी-सी53 रॉकेट लॉन्च करने के लिए तैयार है। सिंगापुर के तीन उपग्रहों को ले जाने वाले रॉकेट PSLV-C53 ने सतीश धवन द्वारा श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी। 29 जून की शाम से शुरू हुए इस मिशन के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती चल रही है। भारत के दो निजी अंतरिक्ष स्टार्टअप सहित छह नैनो-उपग्रह भी 30 जून के मिशन में अंतरिक्ष में जाएंगे।

PSLV-C53 NSIL का दूसरा समर्पित वाणिज्यिक मिशन है। इसे सिंगापुर के 2 अन्य सह-यात्री उपग्रहों के साथ DS-EO उपग्रह की परिक्रमा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह पीएसएलवी का 55वां मिशन है। 3 उपग्रह हैं- DS-EO और NeuSAR- दोनों सिंगापुर से संबंधित हैं और स्टारेक इनिशिएटिव, कोरिया गणराज्य द्वारा निर्मित हैं, जबकि तीसरा नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU), सिंगापुर से 2.8 किलोग्राम Scub-1 है।
Qns : 30 जून को इसरो द्वारा प्रक्षेपित रॉकेट का क्या नाम था?
Ans : ISRO 30 जून को शाम 6.02 बजे सिंगापुर से तीन उपग्रहों को लेकर PSLV-C53 रॉकेट लॉन्च करने के लिए तैयार है।
Qns: ISRO ने सिंगापुर के तीन उपग्रहों को लेकर PSLV-C53 रॉकेट कहाँ लॉन्च किया?
Ans : तीन सिंगापुर उपग्रहों को ले जाने वाले रॉकेट पीएसएलवी-सी53 ने सतीश धवन द्वारा श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी।