एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2025 7 से 9 अगस्त 2025 तक नई दिल्ली स्थित ICAR-पूसा में आयोजित किया गया। इसका विषय था: “एवरग्रीन क्रांति – बायोहैप्पीनेस की राह”।
यह कार्यक्रम भारत की हरित क्रांति के जनक कहे जाने वाले प्रोफेसर एम.एस. स्वामीनाथन की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया, जिसमें सतत कृषि, खाद्य सुरक्षा और सामाजिक समानता की उनकी दूरदृष्टि का उत्सव मनाया गया।
👨🔬 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया, एक स्मृति सिक्का और डाक टिकट जारी किया, तथा एम.एस. स्वामीनाथन फूड एंड पीस अवॉर्ड की शुरुआत की।
🌍 इस सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर भागीदारी देखने को मिली, और प्रमुख विषय रहे:
- जलवायु-संवेदनशील एवं पोषण-केंद्रित कृषि
- जैव विविधता संरक्षण
- बायोहैप्पीनेस – पारिस्थितिकी और मानव कल्याण का समन्वय
- कृषि में युवाओं और महिलाओं की भूमिका
🏆 प्रथम स्वामीनाथन पुरस्कार नाइजीरिया के प्रोफेसर एडेनले को वंचित समुदायों के साथ किए गए कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में खाद्य सुरक्षा से पोषण सुरक्षा की ओर बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया गया, जिसमें मोटे अनाज (मिलेट्स), मृदा स्वास्थ्य, और सामुदायिक बीज बैंक को भविष्य की प्राथमिकताएं बताया गया।