विश्व संस्कृत दिवस (विश्व संस्कृत दिनम) प्रतिवर्ष श्रावण पूर्णिमा (श्रावण पूर्णिमा) को, रक्षाबंधन के साथ, दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक के सम्मान में मनाया जाता है।
भारत सरकार द्वारा पहली बार 1969 में मनाया गया यह दिवस संस्कृत सीखने को बढ़ावा देता है और इसकी विरासत को संरक्षित करता है। संस्कृत हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म की धार्मिक भाषा है और वेद, उपनिषद, रामायण और महाभारत जैसे प्राचीन भारतीय ग्रंथों का माध्यम है।
2025 में, यह 9 अगस्त को मनाया जाएगा, जो संस्कृत की भाषाई सटीकता (पाणिनि की अष्टाध्यायी), वैज्ञानिक प्रासंगिकता (कृत्रिम बुद्धि और कम्प्यूटेशनल भाषाविज्ञान), और सांस्कृतिक निरंतरता (आयुर्वेद, योग, खगोल विज्ञान, गणित) पर प्रकाश डालेगा।