एडवांटेज असम 2.0 निवेश और अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025 का आयोजन 25-26 फरवरी, 2025 को गुवाहाटी, असम में किया गया। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य असम को भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना था, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की क्षमता का प्रदर्शन किया गया।
मुख्य विशेषताएं:
निवेश प्रस्ताव: शिखर सम्मेलन का समापन बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण, खनन, आतिथ्य और हरित ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में 10,785 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर के साथ हुआ।
प्रमुख घोषणाएँ: अडानी समूह ने असम में हवाई अड्डों, एयरो-सिटीज, सिटी गैस वितरण, बिजली पारेषण, सीमेंट और सड़क परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए 50,000 करोड़ रुपये के बड़े निवेश की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार ने सड़क परिवहन, रेलवे संपर्क, जलमार्ग वृद्धि और हवाई संपर्क जैसे क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1 लाख करोड़ रुपये देने का वादा किया।
समझौता ज्ञापन (एमओयू): 15 क्षेत्रों में कुल 164 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए, जो असम की आर्थिक क्षमता में उद्योग जगत के नेताओं के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। उल्लेखनीय समझौतों में डेटा सेंटर, सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल, सीमेंट प्लांट, हाइड्रोजन और स्टीम जेनरेशन प्लांट, इको-रिसॉर्ट और विनिर्माण संयंत्रों में निवेश शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: शिखर सम्मेलन में कई अंतर्राष्ट्रीय सहयोग भी हुए, जिसमें स्वास्थ्य और कृषि में विकासात्मक सहायता के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन शामिल है। सिंगापुर के व्यापार और उद्योग मंत्रालय ने नर्सिंग प्रतिभा कौशल पर सहयोग करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जबकि जापानी कंपनियों ने कौशल प्रशिक्षण संस्थान और भाषा केंद्र स्थापित करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
सरकारी समर्थन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया, जिसमें असम के रणनीतिक महत्व और भारत की विकास कहानी में इसकी भूमिका पर जोर दिया गया। उन्होंने राज्य के गतिशील कार्यबल, तेजी से विकास और उद्योग को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।