चुनाव आयोग ने मतदाता पहचान-पत्र-आधार को जोड़ने पर परामर्श शुरू किया

18 मार्च, 2025 को चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए बड़े कदमों की घोषणा की!

वोटर आईडी और आधार लिंकिंग: 🤝 चुनाव आयोग जल्द ही यूआईडीएआई के साथ तकनीकी परामर्श शुरू करेगा ताकि वोटर आईडी को आधार से लिंक किया जा सके, जिससे एक अधिक मजबूत और सटीक मतदाता डेटाबेस सुनिश्चित हो सके। यह अनुच्छेद 326, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 और सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों के अनुसार किया जाएगा।

डुप्लीकेट वोटर आईडी का समाधान: 🔍 डुप्लीकेट वोटर आईडी की समस्या को अलविदा कहें! चुनाव आयोग अगले तीन महीनों के भीतर इन समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राजनीतिक एजेंटों को सशक्त बनाना: 📚 फील्ड-स्तरीय राजनीतिक एजेंट (बूथ, मतदान, मतगणना और चुनाव एजेंट) को उनकी महत्वपूर्ण भूमिकाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए व्यापक प्रशिक्षण प्राप्त होगा।

मतदान कतारें छोटी होंगी: ⏳ प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए, भविष्य के मतदान केंद्रों पर अधिकतम 1,200 मतदाता ही होंगे।

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