10 सितंबर 2025 को जनजातीय कार्य मंत्रालय ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में आदि संस्कृति की शुरुआत की — यह विश्व की पहली डिजिटल जनजातीय विश्वविद्यालय है। इस पहल का उद्देश्य तकनीक और परंपरा का संगम कर जनजातीय धरोहर को सुरक्षित रखना, समुदायों को सशक्त बनाना और शिक्षा को बढ़ावा देना है।
🎓 मुख्य विशेषताएँ
- आदि विश्वविद्यालय: डिजिटल अकादमी, जिसमें 45+ ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध — जनजातीय नृत्य, संगीत, शिल्प और लोककथाओं पर।
- आदि संपदा: 5,000+ चयनित दस्तावेज़ों का संग्रह — जनजातीय कला, वस्त्र और परंपराओं पर।
- आदि हाट: ऑनलाइन बाज़ार (TRIFED से जुड़ा हुआ), जो जनजातीय कारीगरों को सीधे खरीदारों से जोड़ता है।
🌿 उद्देश्य
- संकटग्रस्त जनजातीय भाषाओं और परंपराओं का संरक्षण।
- जनजातीय समुदायों को शिक्षा और डिजिटल पहुँच प्रदान करना।
- बिचौलियों को हटाकर सतत आजीविका सृजित करना।
- भारत की जनजातीय संस्कृति के प्रति वैश्विक जागरूकता बढ़ाना।
🛠️ सहयोग
यह पहल 15 राज्यों के जनजातीय शोध संस्थानों (TRIs) के साथ मिलकर विकसित की गई है, जिससे प्रामाणिकता और जमीनी स्तर की भागीदारी सुनिश्चित होती है।