केंद्र ने आधिकारिक तौर पर संसद सदस्यों (सांसदों) के वेतन, भत्ते और पेंशन में महत्वपूर्ण संशोधन की घोषणा की है, जो 1 अप्रैल, 2023 से प्रभावी होगा। संसदीय कार्य मंत्रालय ने 24 मार्च, 2025 को एक राजपत्र अधिसूचना जारी की, जिसमें परिवर्तनों की पुष्टि की गई।
संशोधन की मुख्य विशेषताएं:
- मासिक वेतन: ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.24 लाख किया गया।
- दैनिक भत्ता: ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 किया गया।
- पूर्व सांसदों के लिए पेंशन: ₹25,000 से संशोधित करके ₹31,000 प्रति माह किया गया, साथ ही पांच साल से अधिक सेवा के लिए अतिरिक्त पेंशन ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 प्रति वर्ष की गई।
यह व्यापक समायोजन सुनिश्चित करता है कि सांसदों का मुआवज़ा मुद्रास्फीति के साथ तालमेल बनाए रखे और उनके विधायी कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से समर्थन करे। सांसदों को निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित कार्य, कार्यालय रखरखाव और अन्य सुविधाओं जैसे कि मुफ्त उड़ान, ट्रेन यात्रा और आवास के लिए बढ़े हुए भत्ते भी मिलते हैं।
पिछला संशोधन 2018 में हुआ था, जिससे यह बढ़ती जीवन लागत और आर्थिक बदलावों को संबोधित करने के लिए एक समय पर अद्यतन हो गया।