चार धाम यात्रा भारत में एक पूजनीय तीर्थयात्रा है, जिसमें उत्तराखंड के चार पवित्र तीर्थस्थलों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्राएँ शामिल हैं। ये स्थल हिमालय में बसे हैं और हिंदू धर्म में इनका बहुत आध्यात्मिक महत्व है। माना जाता है कि यह यात्रा आत्मा को शुद्ध करती है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करती है। यात्रा पारंपरिक रूप से यमुनोत्री से शुरू होती है, उसके बाद गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ में समाप्त होती है।
चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण
यात्रा में भाग लेने के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। आप इस तरह पंजीकरण कर सकते हैं:
ऑनलाइन पंजीकरण:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: registrationandtouristcare.uk.gov.in.
- एक खाता बनाएँ और अपना व्यक्तिगत विवरण प्रदान करें, जिसमें एक वैध पहचान प्रमाण (आधार, पासपोर्ट, आदि) शामिल है।
- अपनी पसंदीदा तिथियाँ चुनें और अपना ई-पास डाउनलोड करके प्रक्रिया पूरी करें।
ऑफ़लाइन पंजीकरण:
- हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून जैसे शहरों में निर्दिष्ट काउंटरों पर जाएँ।
- अपने दस्तावेज़ प्रदान करें और एक क्यूआर कोड या पंजीकरण पत्र प्राप्त करें।
यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ होगी, इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे।