3 मई, 2025 को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मध्य प्रदेश के श्योपुर परीक्षण स्थल से स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफ़ॉर्म का पहला उड़ान-परीक्षण सफलतापूर्वक किया। एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट, आगरा द्वारा विकसित, एयरशिप ने लगभग 17 किलोमीटर की ऊँचाई तक एक इंस्ट्रूमेंटल पेलोड ले जाया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO को बधाई दी, भारत की पृथ्वी अवलोकन, खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सिस्टम की क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह नवाचार भारत को ऐसे कुछ देशों में शामिल करता है जिनके पास ऐसी स्वदेशी उच्च-ऊंचाई वाली एयरशिप तकनीक है।
DRDO के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने टीम की प्रशंसा की और परीक्षण को स्ट्रेटोस्फेरिक ऊंचाइयों पर लंबे समय तक संचालन करने में सक्षम हवा से हल्के प्लेटफॉर्म विकसित करने में एक मील का पत्थर बताया।
प्रश्न: डीआरडीओ ने 3 मई, 2025 को स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म का पहला उड़ान परीक्षण कहां किया?
A. आगरा, उत्तर प्रदेश
B. पोखरण, राजस्थान
C. श्योपुर, मध्य प्रदेश
D. बेंगलुरु, कर्नाटक
✔️ सही उत्तर: C. श्योपुर, मध्य प्रदेश
3 मई, 2025 को, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने मध्य प्रदेश के श्योपुर परीक्षण स्थल से स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म का पहला उड़ान-परीक्षण सफलतापूर्वक किया।