नक्ष कार्यक्रम (शहरी आवासों का राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण) डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआईएलआरएमपी) के अंतर्गत भारत के भूमि संसाधन विभाग (डीओएलआर) द्वारा फरवरी 2025 में शुरू की गई एक पायलट पहल है। इसका उद्देश्य बेहतर शासन और पारदर्शिता के लिए भू-स्थानिक और जीआईएस तकनीकों का उपयोग करके शहरी भूमि अभिलेखों का आधुनिकीकरण करना है।
27 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के 157 शहरी स्थानीय निकायों को कवर करते हुए, यह कार्यक्रम 4,484 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जिससे 1.5 करोड़ से अधिक नागरिक लाभान्वित होते हैं। इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के रायसेन में किया।
यह पहल सटीक संपत्ति डेटा, कुशल शहरी नियोजन और आसान विवाद समाधान सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन-आधारित मानचित्रण, जीआईएस एकीकरण और डिजिटल भूमि अभिलेखों का उपयोग करती है। भारतीय सर्वेक्षण विभाग, एनआईसीएसआई, एमपीएसईडीसी और राज्य भूमि विभागों के सहयोग से कार्यान्वित, नक्ष डिजिटल, पारदर्शी और नागरिक-अनुकूल भूमि प्रशासन की दिशा में एक कदम है, जिसका भविष्य में देशव्यापी विस्तार करने की योजना है।



