भारत और ब्रिटेन ने 24 जुलाई 2025 को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से हुई। इस समझौते का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 120 अरब डॉलर तक पहुंचाना है, जिससे निर्यात, रोजगार और निवेश के नए अवसर बनेंगे।
🔹 भारत के लिए मुख्य लाभ:
- ब्रिटेन को 99% भारतीय निर्यातों पर शून्य शुल्क
- वस्त्र, रत्न-आभूषण, चमड़ा, आईटी, ऑटो पार्ट्स, रसायन क्षेत्रों को बढ़ावा
- भारतीय पेशेवरों के लिए आसान आवाजाही
- 3 वर्षों तक सामाजिक सुरक्षा अंशदान से छूट
- MSMEs और श्रम-प्रधान क्षेत्रों को बड़ा फायदा
🔹 ब्रिटेन के लिए मुख्य लाभ:
- स्कॉच व्हिस्की पर शुल्क में चरणबद्ध कटौती (150% से घटाकर 40% तक, 10 वर्षों में)
- कारों, कॉस्मेटिक्स, एयरोस्पेस और मेडिकल डिवाइसेज़ पर शुल्क में कमी
- भारत सरकार की ₹4 लाख करोड़ की निविदाओं तक पहुंच
- भारत के वित्तीय सेवा क्षेत्र में समान अवसर
यह समझौता नवाचार, बौद्धिक संपदा, सेवाएं और श्रमिक अधिकार जैसे क्षेत्रों को भी कवर करता है, लेकिन भारत की दवाओं, खाद्य उत्पादों या NHS मानकों से कोई समझौता नहीं किया गया है। यह समझौता ब्रिटिश संसद की पुष्टि के बाद पूरी तरह लागू होगा।