यूआईडीएआई द्वारा आधार विजन 2032 फ्रेमवर्क लॉन्च किया गया

31 अक्टूबर 2025 को, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने ‘आधार विज़न 2032’ ढाँचा लॉन्च किया – जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ब्लॉकचेन, क्वांटम कंप्यूटिंग और एडवांस्ड एन्क्रिप्शन जैसी उन्नत तकनीकों के माध्यम से आधार को भविष्य के लिए तैयार करने का एक रणनीतिक रोडमैप है।

इस पहल का उद्देश्य आधार की सुरक्षा, मापनीयता, समावेशिता और डेटा सुरक्षा एवं गोपनीयता मानकों के अनुपालन को सुदृढ़ करना है, जिससे भारत के डिजिटल शासन और अर्थव्यवस्था की आधारशिला के रूप में इसकी निरंतर भूमिका सुनिश्चित हो सके।

इस विज़न दस्तावेज़ का मसौदा तैयार करने के लिए नीलकंठ मिश्रा (अध्यक्ष, UIDAI) की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है। इसके सदस्यों में शिक्षा जगत, उद्योग और प्रशासन के विशेषज्ञ शामिल हैं, जैसे विवेक राघवन (सर्वम AI), धीरज पांडे (न्यूटनिक्स), शशिकुमार गणेशन (MOSIP), राहुल मथन (ट्राईलीगल), नवीन बुद्धिराजा (वियानई सिस्टम्स), अनिल जैन (मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी), और अन्य।

आधार विजन 2032 दस्तावेज डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (डीपीडीपी) अधिनियम और वैश्विक साइबर सुरक्षा मानकों के साथ संरेखित अगली पीढ़ी की वास्तुकला की रूपरेखा तैयार करेगा, जिसमें एआई-संचालित प्रमाणीकरण, ब्लॉकचेन-आधारित विश्वास, क्वांटम सुरक्षा तैयारी और उन्नत डेटा एन्क्रिप्शन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

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