बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF) ने 1 दिसंबर 2025 को अपना 61वां स्थापना दिवस मनाया, जो भारत-पाक युद्ध के बाद 1965 में इसके बनने के छह दशक पूरे होने का जश्न है। इतने सालों में, BSF दुनिया की सबसे बड़ी बॉर्डर-गार्डिंग फ़ोर्स बन गई है, जो पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने और म्यांमार सीमा और तटीय इलाकों में सुरक्षा में मदद करने के लिए ज़िम्मेदार है।
BSF जम्मू-कश्मीर और नॉर्थईस्ट में काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन में हिस्सा लेने के साथ-साथ घुसपैठ, तस्करी और बॉर्डर पार से होने वाले अपराधों को रोकने में अहम भूमिका निभाती है। यह फ़ोर्स मानवीय राहत, डिज़ास्टर मैनेजमेंट और UN पीसकीपिंग मिशन में अपने योगदान के लिए भी जानी जाती है।




