सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत PMO का नाम बदलकर नए ‘सेवा तीर्थ’ कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट किया गया

भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को ऐतिहासिक साउथ ब्लॉक से स्थानांतरित करके एक नए निर्मित परिसर ‘सेवा तीर्थ’ में ले जाया जा रहा है।
यह कदम शासन में “सत्ता” से “सेवा” की दिशा में प्रतीकात्मक बदलाव को दर्शाता है।

यह बदलाव सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है।


🏛 नया सेवा तीर्थ परिसर

नया कार्यपालिका एन्क्लेव तीन मुख्य ब्लॉकों से मिलकर बनेगा:

  • सेवा तीर्थ-1: प्रधानमंत्री कार्यालय
  • सेवा तीर्थ-2: कैबिनेट सचिवालय
  • सेवा तीर्थ-3: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) का कार्यालय

वायु भवन के पास स्थित यह परिसर आधुनिक अवसंरचना, उन्नत सुरक्षा प्रणालियों और सतत (sustainable) डिज़ाइन से युक्त होगा।


🌐 अर्थ और प्रतीकात्मकता

  • “सेवा तीर्थ” का अर्थ है सेवा की तीर्थयात्रा, जो कर्तव्य, विनम्रता और नागरिक-केन्द्रित शासन को रेखांकित करता है।
  • यह नामकरण सरकार के उस व्यापक प्रयास का हिस्सा है, जिसमें संस्थानों के नामों में परिवर्तन किया जा रहा है—जैसे:
    • राज भवन → लोक भवन
    • राज निवास → लोक निवास

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