1 मई 2025 से ATM से पैसे निकालना महंगा हो जाएगा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इंटरचेंज फीस बढ़ा दी है, जिससे 1 मई, 2025 से पूरे देश में ATM ट्रांजैक्शन महंगे हो जाएँगे।

मुख्य बिंदु:
👉 मुफ़्त सीमा से ज़्यादा वित्तीय ट्रांजैक्शन पर अब 17 रुपये से बढ़कर 19 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन खर्च होंगे।
👉 बैलेंस पूछताछ जैसी गैर-वित्तीय सेवाओं पर 1 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 7 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन खर्च होंगे।

यह कदम व्हाइट-लेबल ATM ऑपरेटरों द्वारा बढ़ती परिचालन लागत का हवाला देते हुए किए गए अनुरोधों के बाद उठाया गया है। ATM इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बड़े संस्थानों पर निर्भर छोटे बैंकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

📉 डिजिटल की ओर बदलाव:
कभी बैंकिंग सुविधा की रीढ़ रहे ATM को डिजिटल वॉलेट और UPI के केंद्र में आने से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, जो वित्त वर्ष 14 में 952 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 3,658 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

💡 आपके लिए इसका क्या मतलब है:
अगर आप नकद निकासी के लिए एटीएम पर निर्भर हैं तो ज़्यादा लागत के लिए तैयार रहें। यह भारत की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था के साथ तालमेल बिठाते हुए कैशलेस विकल्पों को अपनाने को प्रोत्साहित कर सकता है। 🚀

Scroll to Top