राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 नवंबर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में जल संरक्षण और प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के सम्मान में 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 प्रदान करेंगी।
ये पुरस्कार जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग (DoWR, RD & GR) द्वारा आयोजित किए गए हैं। इस वर्ष कुल 10 श्रेणियों में 46 विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा, जिन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर प्राप्त 751 आवेदनों में से चुना गया है।
महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया गया है, जबकि गुजरात और हरियाणा क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
जिलों में राजनांदगांव (छत्तीसगढ़), खरगोन (मध्य प्रदेश), मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश), तिरुनेलवेली (तमिलनाडु) और सिपाहिजला (त्रिपुरा) को शीर्ष प्रदर्शनकर्ता घोषित किया गया।
अन्य श्रेणियों में विजेता इस प्रकार हैं:
- सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय: नवी मुंबई (महाराष्ट्र)
- सर्वश्रेष्ठ संस्थान: आईआईटी गांधीनगर (गुजरात) और आईसीएआर–सीसीएआरआई (गोवा)
- सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत: डुब्बिगानिपल्ली (आंध्र प्रदेश) और पायम (केरल)
- उद्योग श्रेणी के विजेता: अपोलो टायर्स लिमिटेड (तमिलनाडु), हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड (हरियाणा), झज्जर पावर लिमिटेड (हरियाणा)
इसके अलावा, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश के व्यक्तियों को भी उनके असाधारण प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।
2018 में शुरू किए गए राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का उद्देश्य समुदाय आधारित और सतत जल प्रबंधन को बढ़ावा देना है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “जल समृद्ध भारत” के विज़न के अनुरूप है।




