RBI मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने पॉलिसी रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करके इसे 5.25% कर दिया है।
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने दिसंबर 2025 की मीटिंग में एकमत से पॉलिसी रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करके इसे 5.25% कर दिया। यह 2025 में चौथी बार रेट में कमी है, जिससे इस साल की कुल कटौती 125 बेसिस पॉइंट्स हो गई है। यह कदम मज़बूत इकोनॉमिक ग्रोथ और कम महंगाई के बीच आया है, जिसे RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने “एक दुर्लभ गोल्डीलॉक्स पीरियड” बताया है।
घोषणा की मुख्य जानकारी और असर:
- इकोनॉमिक अनुमान: RBI ने FY26 के GDP ग्रोथ अनुमान को 6.8% से बढ़ाकर 7.3% कर दिया और CPI महंगाई का अनुमान 2.6% से घटाकर 2% कर दिया।
- लिक्विडिटी के उपाय: मॉनेटरी पॉलिसी का आसान ट्रांसमिशन पक्का करने और लिक्विडिटी को सपोर्ट करने के लिए, सेंट्रल बैंक ने ₹1 लाख करोड़ की सरकारी सिक्योरिटीज़ की ओपन मार्केट ऑपरेशन्स (OMO) खरीद और $5 बिलियन के तीन साल के डॉलर-रुपये के बाय-सेल स्वैप की योजना की घोषणा की।
- कर्जदारों पर असर: रेपो रेट में कटौती से लोन पर ब्याज दरें कम होने की उम्मीद है, जिससे कर्जदारों को होम और ऑटो लोन के लिए कम मासिक किस्तों (EMI) का फायदा होगा।
- निवेशकों पर असर: कम ब्याज दरों से फिक्स्ड डिपॉजिट रिटर्न पर असर पड़ने की संभावना है, जबकि स्टॉक मार्केट के रेट-सेंसिटिव सेक्टर जैसे रियल एस्टेट, ऑटो और बैंकिंग को बढ़ावा मिल सकता है।
- नीतिगत रुख: MPC ने “न्यूट्रल” नीतिगत रुख बनाए रखा है, जिससे बदलती आर्थिक स्थितियों के आधार पर भविष्य में बदलाव की गुंजाइश बनी हुई है।






















