DRDO ने फाइटर एस्केप सिस्टम का हाई-स्पीड रॉकेट-स्लेज टेस्ट सफलतापूर्वक किया

DRDO ने 2 दिसंबर 2025 को एक फाइटर एयरक्राफ्ट एस्केप सिस्टम का हाई-स्पीड रॉकेट-स्लेज टेस्ट सफलतापूर्वक किया, जो भारत की स्वदेशी डिफेंस क्षमता में एक बड़ा मील का पत्थर है।
यह टेस्ट चंडीगढ़ में टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी (TBRL) की रेल ट्रैक रॉकेट स्लेज (RTRS) फैसिलिटी में किया गया, जिसमें ADA, HAL का सहयोग शामिल था, और इसे इंडियन एयर फोर्स और इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन के अधिकारियों ने देखा।

इस डायनामिक टेस्ट में LCA एयरक्राफ्ट के अगले हिस्से को कंट्रोल्ड हाई वेलोसिटी पर आगे बढ़ाने के लिए डुअल-स्लेज सिस्टम का इस्तेमाल किया गया, जो असली इजेक्शन कंडीशन को सिमुलेट करता है। इजेक्शन के दौरान पायलटों द्वारा अनुभव किए गए लोड और एक्सेलरेशन को मापने के लिए एक इंस्ट्रूमेंटेड एंथ्रोपोमॉर्फिक टेस्ट डमी का इस्तेमाल किया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी एजेंसियों को बधाई दी, और इसे डिफेंस टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

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