राष्ट्रीय

भारतीय रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से यात्री ट्रेन किराए में संशोधन किया

रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई 2025 से यात्री ट्रेनों के किराए के पुनर्गठन की घोषणा की है। इसका उद्देश्य किराया ढांचे को सरल बनाना और परिचालन की आर्थिक स्थिरता को बेहतर बनाना है, साथ ही किराए की वहन क्षमता को भी बनाए रखना है।

🔹 निम्नलिखित पर कोई बदलाव नहीं किया गया है:

  • उपनगरीय एकल यात्रा टिकट
  • सीजन टिकट (उपनगरीय/गैर-उपनगरीय)

🔹 गैर-एसी श्रेणियों (द्वितीय श्रेणी, स्लीपर) के लिए 0.5 पैसे/किमी की मामूली बढ़ोतरी की गई है:

  • 500 किमी तक की यात्रा पर कोई किराया वृद्धि नहीं।
  • 501–1500 किमी पर ₹5 की वृद्धि।
  • 1501–2500 किमी पर ₹10 की वृद्धि।
  • 2501–3000 किमी पर ₹15 की वृद्धि।

🔹 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में:

  • गैर-एसी वर्गों के लिए 1 पैसा/किमी की वृद्धि।
  • एसी वर्गों के लिए 2 पैसे/किमी की वृद्धि।

🔹 राजधानी, शताब्दी, वंदे भारत, दुरंतो आदि प्रीमियम ट्रेनों पर भी यह संशोधन लागू होगा।

🔹 किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है:

  • आरक्षण शुल्क में
  • सुपरफास्ट सरचार्ज में
  • जीएसटी दरों में

🔹 यह बदलाव केवल उन्हीं टिकटों पर लागू होगा जो 1 जुलाई 2025 या उसके बाद बुक किए जाएंगे।

🔹 पीआरएस और यूटीएस सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है। ज़ोनल रेलवे को स्टेशन डिस्प्ले और नोटिस के माध्यम से यात्रियों को सूचित करने का निर्देश दिया गया है।


प्रश्न: भारतीय रेलवे का संशोधित किराया ढांचा 2025 में किस तारीख से प्रभावी होगा?
A) 30 जून
B) 1 जुलाई
C) 15 जुलाई
D) 1 अगस्त
सही उत्तर: B) 1 जुलाई

भारत ने सिंधु जल संधि पर मध्यस्थता न्यायालय के पूरक निर्णय को खारिज किया

27 जून 2025 को भारत ने सिंधु जल संधि (IWT) 1960 के तहत गठित मध्यस्थता न्यायालय द्वारा जारी “पूरक निर्णय” को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।
यह निर्णय जम्मू-कश्मीर में किशनगंगा और राटले जलविद्युत परियोजनाओं से संबंधित था।


भारत का पक्ष

भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि यह मध्यस्थता न्यायालय अवैध रूप से गठित किया गया है और इसे संधि का गंभीर उल्लंघन बताया।

भारत ने स्पष्ट किया कि वह इस न्यायालय की कानूनी वैधता को कभी मान्यता नहीं देता, और इन कार्यवाहियों को “पाकिस्तान के इशारे पर किया गया दिखावा” करार दिया।

MEA ने फिर दोहराया कि इस निकाय द्वारा लिया गया कोई भी निर्णय या पुरस्कार “अवैध और स्वयं में शून्य” है।


संधि को निलंबित करना

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, और इसका कारण पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को लगातार समर्थन देना बताया।

भारत ने स्पष्ट किया कि जब तक पाकिस्तान ईमानदारी और स्थायी रूप से आतंकवाद को त्यागने की घोषणा नहीं करता, तब तक वह इस संधि के दायित्वों से बाध्य नहीं रहेगा।


पृष्ठभूमि

विवाद की जड़ पाकिस्तान की ओर से किशनगंगा (झेलम की सहायक नदी पर) और राटले (चिनाब पर) परियोजनाओं के डिजाइन पर की गई आपत्तियों से जुड़ी है।

2016 में पाकिस्तान ने विश्व बैंक से मध्यस्थता न्यायालय गठित करने का अनुरोध किया, जबकि भारत ने संधि के अनुसार तटस्थ विशेषज्ञ के माध्यम से समाधान की मांग की।

भारत की आपत्तियों के बावजूद, विश्व बैंक ने अक्टूबर 2022 में एक तटस्थ विशेषज्ञ और एक मध्यस्थता न्यायालय दोनों की नियुक्ति कर दी, जिससे समानांतर प्रक्रियाएं शुरू हो गईं।

सीबीएसई ने कक्षा 10वीं की दो टर्म की बोर्ड परीक्षाएं शुरू कीं

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक नया परीक्षा पैटर्न घोषित किया है, जो अगले शैक्षणिक सत्र (2026) से लागू होगा। अब परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी:

  • पहली परीक्षा फरवरी में होगी, जो सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी।
  • दूसरी परीक्षा मई में होगी, जो वैकल्पिक होगी और उन छात्रों के लिए होगी जो अपने अंक सुधारना चाहते हैं।

छात्रों को विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाओं में से अधिकतम तीन विषयों में अपने प्रदर्शन को सुधारने की अनुमति दी जाएगी।

दोनों परीक्षाओं के परिणाम क्रमशः अप्रैल और जून में घोषित किए जाएंगे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस कदम की सराहना की और कहा कि यह:

  • परीक्षा से संबंधित तनाव को कम करेगा
  • लचीलापन प्रदान करेगा
  • एक अधिक छात्र-मित्र और आनंददायक सीखने का माहौल बनाएगा

यह सुधार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप है, जो वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाओं की सिफारिश करता है और शिक्षा को छात्र-केंद्रित तथा वैश्विक दृष्टिकोण से संगत बनाता है।

रक्षा मंत्री ने सीडीएस को सेना, नौसेना और वायु सेना के लिए संयुक्त आदेश जारी करने के लिए अधिकृत किया

24 जून 2025 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने थल सेना, नौसेना और वायुसेना—इन तीनों सेनाओं पर समान रूप से लागू संयुक्त निर्देश और आदेश जारी करने का अधिकार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और सैन्य मामलों के विभाग के सचिव को सौंपा।

यह कदम भारतीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बदलाव से पहले प्रत्येक सेवा (सेना, नौसेना, वायुसेना) अलग-अलग निर्देश जारी करती थी, भले ही वह विषय सभी सेनाओं से जुड़ा हुआ हो।


इस संयुक्त आदेश का उद्देश्य है:

  • प्रक्रियाओं को सरल बनाना
  • दोहराव को समाप्त करना
  • सेनाओं के बीच सहयोग को बढ़ाना

यह निर्णय नींव रखता है:

  • बेहतर पारदर्शिता और समन्वय की
  • प्रशासनिक दक्षता की
  • और भारतीय सशस्त्र बलों में संयुक्तता और एकीकृत कार्यशैली के एक नए युग की

यह एक एकीकृत राष्ट्रीय रक्षा दृष्टिकोण को दर्शाता है और सशस्त्र बलों की एकजुटता और साझा उद्देश्य को और मजबूत करता है।

एकीकृत पेंशन योजना में शामिल होने की तिथि 30 सितंबर 2025 तक बढ़ाई गई

भारत सरकार ने एकीकृत पेंशन योजना (Unified Pension Scheme – UPS) में शामिल होने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 30 सितंबर 2025 कर दी है, जिससे पात्र व्यक्तियों को सोच-समझकर निर्णय लेने के लिए अतिरिक्त समय मिल सके।

एकीकृत पेंशन योजना (UPS) क्या है?
UPS एक नई पेंशन प्रणाली है जिसे राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के तहत शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य पुरानी पेंशन योजना (OPS) के समान सुनिश्चित पेंशन लाभ प्रदान करना है। यह योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू हुई और 24 जनवरी 2025 को आधिकारिक रूप से अधिसूचित की गई थी।

कौन UPS चुन सकता है?
यह योजना निम्नलिखित के लिए खुली है:

  • वे केंद्रीय सरकारी कर्मचारी जो 1 अप्रैल 2025 तक NPS के तहत आते हैं
  • 1 अप्रैल 2025 को या उसके बाद नियुक्त होने वाले नए कर्मचारी
  • पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारी और दिवंगत सेवानिवृत्तों के विधिक रूप से विवाहित जीवनसाथी

UPS की मुख्य विशेषताएं:

  • निश्चित मासिक पेंशन: अंतिम 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50% (25+ वर्षों की सेवा पर)
  • न्यूनतम पेंशन: कम से कम 10 वर्षों की सेवा पर ₹10,000 प्रति माह
  • पारिवारिक पेंशन: कर्मचारी की असमय मृत्यु की स्थिति में मूल वेतन का 60%
  • महंगाई सूचकांक से जुड़ाव: सभी पेंशन घटकों पर लागू
  • ग्रेच्युटी: सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त भुगतान, पुराने नियमों के अनुसार

अवधि बढ़ाने का कारण:
पहले अंतिम तिथि 30 जून 2025 थी, लेकिन कई हितधारकों द्वारा अधिक समय की मांग के चलते सरकार ने यह समय सीमा तीन महीने और बढ़ा दी है।

आईएनएस नीलगिरि विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान में शामिल हुआ

आईएनएस नीलगिरी, प्रोजेक्ट 17ए के तहत स्वदेशी रूप से निर्मित पहली स्टेल्थ फ्रिगेट, 22 जून 2025 को विशाखापत्तनम पहुंची।

मुंबई में निर्मित यह युद्धपोत अब पूर्वी नौसेना कमान के सनराइज़ फ्लीट का हिस्सा बनेगा।

इस युद्धपोत का ध्येय वाक्य है: “अदृश्य बलं, अजेय शौर्यम्” (अदृश्य शक्ति, अजेय पराक्रम)।

प्रोजेक्ट 17ए वर्ग के और भी युद्धपोत जल्द ही नौसेना में शामिल किए जाएंगे, जिससे पूर्वी बेड़े की क्षमताएं और अधिक सुदृढ़ होंगी।

ऑपरेशन सिंधु: भारत ने ईरान से लोगों को निकालने का काम जारी रखा

विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मरघेरिटा ने 22 जून 2025 को ईरान के मशहद से विशेष उड़ान द्वारा नई दिल्ली पहुंचे 285 भारतीय नागरिकों का स्वागत किया।

अब तक ऑपरेशन सिंधु के तहत 1,713 भारतीय नागरिकों को ईरान से सुरक्षित निकाला जा चुका है।

अगले दो दिनों में ईरान से 2 से 3 और निकासी उड़ानें निर्धारित हैं।

ईरान में भारतीय दूतावास संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों से नागरिकों को सुरक्षित इलाकों में पहुँचाने और निकासी में समन्वय करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।

भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे तेहरान स्थित भारतीय दूतावास और नई दिल्ली के विदेश मंत्रालय के 24×7 कंट्रोल रूम से लगातार संपर्क में रहें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत सहायता मिल सके।

प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में 2025 में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा

21 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम से 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि आज की तनावपूर्ण दुनिया में योग शांति का मार्ग प्रदान करता है। पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि योग दुनिया को जोड़ने वाला माध्यम बन गया है — भारत के प्रस्ताव पर 175 देशों ने संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का समर्थन किया।

प्रमुख बातें:

  • थीम: एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग
  • स्थान: आर.के. बीच से भीमुनिपटनम तक का क्षेत्र, विशाखापत्तनम
  • प्रतिभागी: 2.72 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया; इस आयोजन का लक्ष्य सबसे बड़े योग सत्र के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना था।

उपस्थित प्रमुख अतिथि:

  • आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू
  • आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव
  • अन्य गणमान्य व्यक्ति

विशेष आकर्षण:

  • प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 45 मिनट का योग सत्र — कॉमन योगा प्रोटोकॉल के अनुसार
  • ईस्टर्न नेवल कमांड द्वारा फ्लाई-पास्ट
  • डाक विभाग द्वारा विशेष स्मारक डाक टिकट जारी
  • आंध्र प्रदेश में योगंध्र अभियान के तहत 2 करोड़ लोगों को योग का प्रशिक्षण

प्रधानमंत्री ने भारत के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में योग पर हो रहे वैज्ञानिक अनुसंधानों की ओर ध्यान दिलाया और कहा कि योग को आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे प्रतिदिन योग को अपनाएं ताकि सभी पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और संतुलित भविष्य सुनिश्चित हो सके।

पैनल ने कदाचार के लिए न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग चलाने की सिफारिश की

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एक जांच समिति ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश और दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ गंभीर कदाचार के आरोपों को लेकर पद से हटाने (impeachment) की सिफारिश की है।

🔍 मुख्य आरोप और निष्कर्ष:

  • 14 मार्च 2025 को नई दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास पर लगी आग के बाद अधजली नकदी की बड़ी मात्रा बरामद की गई।
  • यह नकदी 30 तुगलक क्रेसेंट स्थित एक स्टोर रूम में मिली, जो जांच पैनल के अनुसार न्यायमूर्ति वर्मा और उनके परिवार के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नियंत्रण में था।
  • 15 मार्च को सबूतों को जानबूझकर हटाने की बात गवाहों के बयानों और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर सामने आई।
  • यह आचरण न्यायिक जीवन के मूल्यों के पुनरुल्लेख (1997) – “Restatement of Values of Judicial Life” – का उल्लंघन करता है, जिसमें न्यायाधीशों के लिए उच्चतम नैतिक मानकों का पालन आवश्यक है।

👩‍⚖️ जांच समिति के सदस्य:

  • मुख्य न्यायाधीश शील नागू (पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय)
  • मुख्य न्यायाधीश जी.एस. संधावालिया (हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय)
  • न्यायमूर्ति अनु शिवरामन (कर्नाटक उच्च न्यायालय)

📜 आगे की प्रक्रिया:

पूर्व मुख्य न्यायाधीश संजयव खन्ना द्वारा तैयार की गई 64 पृष्ठों की रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी गई है, जिसमें न्यायमूर्ति वर्मा के महाभियोग (impeachment) की सिफारिश की गई है।

यदि इस सिफारिश को स्वीकार कर लिया जाता है, तो यह भारत में किसी कार्यरत उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के विरुद्ध दुर्लभ महाभियोग की प्रक्रिया बन सकती है।

भारत ने संघर्ष प्रभावित ईरान से नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच भारत सरकार ने ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है।

  • पहले चरण में, 110 भारतीय छात्रों को उत्तरी ईरान से सुरक्षित निकालकर येरेवन, आर्मेनिया पहुंचाया गया और अब वे एक विशेष उड़ान से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
  • इस अभियान का समन्वय ईरान और आर्मेनिया में भारतीय दूतावासों द्वारा किया जा रहा है, तथा निकासी में मदद के लिए दोनों देशों का आभार व्यक्त किया गया है।

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने फिर से पुष्टि की है कि विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। तेहरान में भारतीय दूतावास संघर्ष क्षेत्रों से सुरक्षित क्षेत्रों में जाने में नागरिकों की सहायता करना जारी रखता है और आवश्यकतानुसार उन्हें निकालेगा।

निजी वाहनों के लिए फास्टैग आधारित वार्षिक पास की घोषणा

सरकार 15 अगस्त 2025 से 3,000 रुपये की कीमत वाला फास्टैग आधारित वार्षिक पास लॉन्च करेगी, ताकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध और किफ़ायती यात्रा संभव हो सके।

  • यह पास एक वर्ष या 200 यात्राओं तक, जो भी पहले हो, के लिए वैध होगा।
  • यह विशेष रूप से कार, जीप और वैन जैसे गैर-वाणिज्यिक निजी वाहनों के लिए है।
  • सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की, जिन्होंने इसे परेशानी मुक्त राजमार्ग यात्रा के लिए एक परिवर्तनकारी कदम बताया।

सक्रियण और नवीनीकरण के लिए एक समर्पित लिंक राजमार्ग यात्रा ऐप और NHAI और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध होगा।

नीति:

  • 60 किलोमीटर की सीमा के भीतर टोल प्लाजा की समस्याओं का समाधान करती है।
  • एकल किफायती लेनदेन के माध्यम से टोल भुगतान को सरल बनाती है।
  • प्रतीक्षा समय को कम करती है, भीड़भाड़ को कम करती है और टोल प्लाजा पर विवादों को कम करती है, जिससे निजी वाहन मालिकों के लिए एक सुगम यात्रा अनुभव प्रदान करती है।

भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास शक्ति-VIII फ्रांस में शुरू हुआ

जम्मू और कश्मीर राइफल्स के नेतृत्व में भारतीय सेना की 90 सदस्यीय टुकड़ी, दक्षिणी फ्रांस के कैंप लारजैक, ला कैवेलरी में 18 जून से 1 जुलाई, 2025 तक आयोजित होने वाले संयुक्त भारत-फ्रांसीसी सैन्य अभ्यास शक्ति-VIII के लिए रवाना हुई। फ्रांसीसी पक्ष का प्रतिनिधित्व 13वीं विदेशी सेना हाफ-ब्रिगेड द्वारा किया जाता है।

द्विवार्षिक अभ्यास संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत उप-पारंपरिक युद्ध में संयुक्त संचालन पर केंद्रित है, जो अर्ध-शहरी इलाकों में आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य आधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकियों में साझा अभ्यास और प्रशिक्षण के माध्यम से दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, सामरिक समन्वय और परिचालन समझ को बढ़ाना है।

सैन्य तालमेल से परे, अभ्यास का उद्देश्य भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक संबंधों और सौहार्द को मजबूत करना है, जिससे उनकी बढ़ती रक्षा साझेदारी को मजबूती मिलेगी।

आईएनएस अर्नाला को भारत के पहले ASW उथले जल शिल्प के रूप में कमीशन किया गया

भारतीय नौसेना 18 जून, 2025 को नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में देश के पहले एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) INS अर्नाला को कमीशन कर रही है। समारोह की अध्यक्षता चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान कर रहे हैं।

INS अर्नाला 16 ASW-SWC जहाजों में से पहला है, जिसे 8 मई, 2025 को नौसेना को सौंपा गया था। इसका नाम महाराष्ट्र तट पर स्थित ऐतिहासिक अर्नाला किले के नाम पर रखा गया है।

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (कोलकाता) द्वारा L&T शिपबिल्डर्स के साथ साझेदारी में डिज़ाइन किया गया, इसमें 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल का समर्थन करता है।

यह जहाज 77.6 मीटर लंबा है, इसका वजन 1,490 टन से अधिक है, और यह डीजल इंजन-वॉटरजेट प्रणोदन प्रणाली वाला सबसे बड़ा भारतीय नौसैनिक जहाज है। इस नौसेना की तैनाती से भारत की तटीय सुरक्षा मजबूत होगी और हिंद महासागर क्षेत्र में एक आत्मनिर्भर समुद्री शक्ति के रूप में इसकी स्थिति मजबूत होगी।

सरकार ने जनगणना कार्यक्रम अधिसूचित किया – संदर्भ तिथि 2026-2027 निर्धारित की गई

भारत सरकार ने आगामी जनगणना के लिए कार्यक्रम को आधिकारिक रूप से अधिसूचित कर दिया है, जिसे दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।

जनगणना के लिए संदर्भ तिथि 1 मार्च 2027 होगी, सिवाय इसके:

  • लद्दाख,
  • जम्मू और कश्मीर के बर्फ से ढके गैर-समकालिक क्षेत्र, और
  • हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखंड राज्य,
    जहाँ संदर्भ तिथि 1 अक्टूबर 2026 निर्धारित की गई है।

जनगणना के चरण:

  1. घर सूचीकरण कार्य – आवास की स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं से संबंधित जानकारी का संग्रह।
  2. जनसंख्या गणना – जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक विवरणों का संग्रह।

इस जनगणना में जाति गणना भी की जाएगी।

लगभग 34 लाख गणनाकार और पर्यवेक्षक तथा 1.3 लाख जनगणना कर्मी तैनात किए जाएंगे।

यह 16वीं राष्ट्रीय जनगणना और स्वतंत्रता के बाद 8वीं जनगणना होगी।

जनगणना मोबाइल ऐप का उपयोग कर डिजिटल रूप से आयोजित की जाएगी, और स्व-गणना के विकल्प भी उपलब्ध होंगे।

संग्रहण, संचरण और भंडारण के दौरान डेटा की सुरक्षा के लिए कड़े डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे।

NEET UG 2025 के नतीजे घोषित – महेश कुमार ने परीक्षा में टॉप किया

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 14 जून, 2025 को मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2025 के परिणाम घोषित किए। आधिकारिक वेबसाइट ntaneet.nic.in पर स्कोर कार्ड डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं, जहाँ उम्मीदवार मेरिट सूची भी देख सकते हैं।

NEET UG परीक्षा 4 मई, 2025 को आयोजित की गई थी, जिसमें भारत के 552 शहरों और 14 अंतरराष्ट्रीय शहरों में 5,400+ केंद्रों पर 22 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था।

  • टॉपर: महेश कुमार (राजस्थान)
  • दूसरा रैंक: उत्कर्ष अवधिया (मध्य प्रदेश)
  • तीसरा रैंक: कृषांग जोशी (महाराष्ट्र)

इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर भागीदारी देखी गई, जिसने भारत में सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के रूप में इसकी स्थिति की पुष्टि की।

उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सात लोगों की मौत

15 जून, 2025 की सुबह उत्तराखंड में एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एक शिशु और पायलट सहित सात लोगों की जान चली गई। यह घटना केदारनाथ-गुप्तकाशी सेक्टर में गौरीकुंड के पास सुबह 5:30 से 5:45 बजे के बीच हुई, संभवतः खराब मौसम की वजह से।

हेलीकॉप्टर ने गुप्तकाशी से सुबह 5:10 बजे उड़ान भरी थी, सुबह 5:18 बजे केदारनाथ में कुछ देर के लिए उतरा और सुबह 5:19 बजे फिर से उड़ान भरी। प्रारंभिक रिपोर्टों में कम दृश्यता और घने बादलों के कारण नियंत्रित उड़ान (CFIT) को इसका कारण बताया गया है।

NDRF और SDRF की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की।

जवाब में:

  • चार धाम यात्रा के लिए आर्यन एविएशन के संचालन को निलंबित कर दिया गया है।
  • अनुपयुक्त मौसम में उड़ान भरने के लिए ट्रांसभारत एविएशन के दो पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिए गए।
  • 15 और 16 जून को इस क्षेत्र में सभी हेलीकॉप्टर संचालन रोक दिए गए थे।
  • यूसीएडीए को व्यापक सुरक्षा समीक्षा करने और वास्तविक समय उड़ान निगरानी कमांड-एंड-कंट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दोहराया कि विमानन सुरक्षा सर्वोपरि है, और डीजीसीए को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मौसम और परिचालन प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है।

17वां भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट उलानबटार में संपन्न हुआ

भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट का 17वां संस्करण 13 जून, 2025 को मंगोलिया के उलानबटार में संपन्न हुआ।

रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने भारतीय सैनिकों की व्यावसायिकता और समर्पण की प्रशंसा की, तथा इस अभ्यास को भारत और मंगोलिया के बीच मजबूत मित्रता और साझा सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक बताया।

भारतीय सेना की टुकड़ी में 45 कर्मी शामिल थे, जिनमें से मुख्य रूप से अरुणाचल स्काउट्स बटालियन के थे।

दो सप्ताह तक चलने वाले इस अभ्यास का उद्देश्य अर्ध-पारंपरिक अभियानों, विशेष रूप से अर्ध-शहरी और पहाड़ी इलाकों में संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच अंतर-संचालन को बढ़ाना था।

एयर इंडिया लंदन विमान दुर्घटना: 241 मरे, पीड़ितों में गुजरात के पूर्व सीएम भी शामिल

12 जून 2025 को एयर इंडिया की एक विनाशकारी दुर्घटना में 241 लोगों की जान चली गई थी, जब अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद लंदन जा रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। केवल एक जीवित व्यक्ति, विश्वाश कुमार रमेश की पुष्टि हुई है।

पीड़ितों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली नागरिक और एक कनाडाई शामिल थे। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता विजय रूपानी भी शामिल थे। जमीन पर मौजूद कई लोगों की भी जान चली गई।

पायलट ने उड़ान भरने के तुरंत बाद 1:39 बजे ‘मेडे’ संकट कॉल जारी किया। विमान को कैप्टन सुमीत सभरवाल (8,200 उड़ान घंटे) और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर (1,100 घंटे) उड़ा रहे थे। ड्रीमलाइनर को 2014 में एयर इंडिया को सौंप दिया गया था।

विमान निर्माता बोइंग ने संवेदना व्यक्त की और एयर इंडिया और जांच का समर्थन करने की अपनी तत्परता बताई।

भारत ने 2025 तक 64.3% सामाजिक सुरक्षा कवरेज हासिल किया: विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के ILOSTAT डेटा के अनुसार, भारत का सामाजिक सुरक्षा कवरेज 2015 में 19% से बढ़कर 2025 में 64.3% हो गया है, जो एक दशक में 45 प्रतिशत अंकों की वृद्धि को दर्शाता है।

भारत में अब 94 करोड़ से अधिक लोग कम से कम एक सामाजिक सुरक्षा लाभ के अंतर्गत आते हैं, जिससे सामाजिक सुरक्षा लाभार्थियों के मामले में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर आ गया है।

ILO के महानिदेशक गिल्बर्ट एफ. हुंगबो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की गरीब-हितैषी और श्रमिक-हितैषी नीतियों की प्रशंसा की।

जिनेवा में अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन के दौरान, श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने समावेशी, अधिकार-आधारित सामाजिक सुरक्षा प्रणाली बनाने में सरकार के निरंतर प्रयासों को श्रेय दिया, इसे कवरेज में सबसे तेज़ वैश्विक विस्तार कहा।

नए तत्काल बुकिंग नियम: 15 जुलाई 2025 से आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य

15 जुलाई 2025 से IRCTC की वेबसाइट और ऐप के ज़रिए ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार-आधारित OTP प्रमाणीकरण अनिवार्य होगा। इस कदम का उद्देश्य निष्पक्ष और पारदर्शी बुकिंग प्रथाओं को बढ़ावा देना है।

PRC काउंटरों या अधिकृत एजेंटों द्वारा बुक किए गए तत्काल टिकटों के लिए, बुकिंग के समय दिए गए मोबाइल नंबर का उपयोग करके OTP सत्यापन किया जाएगा।

दुरुपयोग को रोकने के लिए, IRCTC एजेंटों को बुकिंग विंडो के पहले 30 मिनट के दौरान तत्काल टिकट बुक करने से रोक दिया जाएगा:

  • एसी क्लास के लिए सुबह 10:00-10:30 बजे
  • गैर-एसी क्लास के लिए सुबह 11:00-11:30 बजे

रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (CRIS) और IRCTC को इन परिवर्तनों को लागू करने और सभी विभागों को तदनुसार सूचित करने का निर्देश दिया गया है।

भारत में बिजली की कमी शून्य हुई, अधिकतम मांग रिकॉर्ड 241 गीगावाट पर पहुंची

10 जून 2025 को, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की कि भारत ने शून्य कमी के साथ 241 गीगावाट की अपनी अधिकतम बिजली मांग को पूरा किया है – जो देश के ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख मील का पत्थर है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2024-25 के दौरान, भारत ने अक्षय स्रोतों से 29.5 गीगावाट सहित 34 गीगावाट की अपनी अब तक की सबसे अधिक उत्पादन क्षमता जोड़ी है।

नरेंद्र मोदी सरकार के तहत पिछले 11 वर्षों में, बिजली क्षेत्र ने सेवा, सुशासन और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करते हुए अभूतपूर्व प्रगति की है। 2025 के अंत तक, गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों के भारत की कुल ऊर्जा क्षमता के 50% से अधिक होने की उम्मीद है।

ट्रांसमिशन लाइनों की लंबाई 2.91 लाख सर्किट किलोमीटर से बढ़कर 4.94 लाख सर्किट किलोमीटर हो गई है, जिससे ऊर्जा बुनियादी ढांचे को काफी मजबूती मिली है।

11 वर्षों में अधिकतम बिजली की मांग 130 गीगावाट से लगभग दोगुनी होकर 250 गीगावाट हो गई है, जिसका पूर्वानुमान वर्ष के अंत तक 270 गीगावाट है। इसी समय, ऊर्जा की कमी 2013 में 4.2% से घटकर पिछले साल 0.1% रह गई है।

हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच कोई अंतर नहीं है, जो भारत के बिजली अधिशेष वाले देश बनने की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत है।

महाराष्ट्र में INS गुलदार के आसपास भारत का पहला अंडरवाटर म्यूजियम विकसित किया जाएगा

भारत का पहला अंडरवाटर म्यूजियम और कृत्रिम कोरल रीफ महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के वेंगुर्ला में निवती रॉक्स के पास सेवामुक्त युद्धपोत आईएनएस गुलदार के आसपास विकसित किया जाएगा। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस वर्चुअली इस परियोजना की शुरुआत में शामिल हुए।

केंद्र द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य समुद्री संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देना है, जिसमें स्कूबा डाइविंग और भविष्य की पनडुब्बी यात्राएं शामिल हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने इस परियोजना के लिए ₹46.91 करोड़ मंजूर किए हैं।

1,120 टन वजनी युद्धपोत आईएनएस गुलदार को जनवरी 2024 में सेवामुक्त कर दिया गया और महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम को सौंप दिया गया। पर्यावरण की सफाई पूरी करने के बाद, जहाज को अंडरवाटर म्यूजियम और कोरल रीफ साइट के रूप में इस्तेमाल करने के लिए डुबो दिया जाएगा।

एनएचएआई ने सड़क क्षेत्र के लिए पहली बार परिसंपत्ति मुद्रीकरण रणनीति जारी की

राष्ट्रीय राजमार्ग संपत्तियों के संचालन मूल्य को बढ़ाने और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 9 जून 2025 को सड़क क्षेत्र के लिए अपनी पहली ‘संपत्ति मौद्रीकरण रणनीति’ लॉन्च की।

यह रणनीति Toll-Operate-Transfer (ToT), Infrastructure Investment Trusts (InvITs) और सिक्योरिटाइजेशन मॉडल्स के माध्यम से पूंजी जुटाने के लिए एक संरचित ढांचा प्रदान करती है।

इन माध्यमों की मदद से NHAI अब तक ₹1.4 लाख करोड़ से अधिक की राशि जुटा चुका है, जो 6,100 किलोमीटर राजमार्गों को कवर करता है, और यह राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन का हिस्सा है।


यह रणनीति तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित है:

  1. राजमार्ग संपत्तियों का अधिकतम मूल्य निष्पादन
  2. पारदर्शिता और निवेशकों को जानकारी का प्रसार
  3. बाजार विकास और अधिक निवेशकों की भागीदारी

NHAI के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कहा कि यह रणनीति वित्तीय स्थिरता और निजी क्षेत्र की भागीदारी को सुनिश्चित करती है, जिससे सड़क संपत्तियों की गुणवत्ता और दीर्घायु में सुधार होगा।

सदस्य (वित्त) एन.आर.वी.वी.एम.के. राजेन्द्र कुमार ने जोड़ा कि यह दस्तावेज एक संरचित और पारदर्शी मौद्रीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा देता है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा।

यह रणनीति भारत सरकार की संपत्ति मौद्रीकरण योजना (2025–30) का समर्थन करती है और सतत एवं बाजार-आधारित बुनियादी ढांचा वित्तपोषण की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है।

🔗 पूरी रणनीति पढ़ें: NHAI Asset Monetization Strategy Document

भारतीय नौसेना का पनडुब्बी रोधी युद्धक उथले जल यान (ASW-SWC), ‘अर्नाला’

भारतीय नौसेना 18 जून 2025 को नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में अपनी पहली पनडुब्बी रोधी युद्धक उथले जलपोत (ASW-SWC) ‘अर्नाला’ को नौसेना में शामिल करेगी।

समारोह की अध्यक्षता चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल अनिल चौहान करेंगे।

उप-नौसेना प्रमुख, वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर इस आयोजन की मेजबानी करेंगे।

मुख्य विशेषताएं:

  • अर्नाला, आत्मनिर्भर भारत के तहत डिजाइन और निर्मित 16 ASW-SWC जहाजों में से पहला है।
  • इसे कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) ने एलएंडटी शिपबिल्डर्स के साथ PPP मॉडल के तहत मिलकर बनाया है।
  • 08 मई 2025 को इसे नौसेना को सौंपा गया।
  • इसका नाम ऐतिहासिक अर्नाला किले के नाम पर रखा गया है, जो समुद्री शक्ति और विरासत का प्रतीक है।

तकनीकी और रणनीतिक महत्व:

  • इसमें 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है, जिसमें BEL, L&T, महिंद्रा डिफेंस, MEIL और 55 से अधिक MSMEs की भागीदारी है।
  • यह पोत जल-तल के नीचे निगरानी, खोज और बचाव, तथा निम्न-तीव्रता वाली समुद्री अभियानों में सक्षम है।
  • इसकी लंबाई 77.6 मीटर है, भार 1490 टन से अधिक है, और यह पहला भारतीय नौसैनिक जहाज है जिसमें डीज़ल इंजन-वॉटरजेट प्रणोदन प्रणाली लगी है।

यह कमीशनिंग भारतीय तटीय रक्षा और हिंद महासागर क्षेत्र में नौसैनिक आत्मनिर्भरता को और सशक्त बनाएगी।

दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च चेनाब ब्रिज का जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और कटरा में ₹46,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण किया।

उधमपुर–श्रीनगर–बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना राष्ट्र को समर्पित की गई।

  • लागत: लगभग ₹44,000 करोड़
  • लंबाई: 272 किलोमीटर
  • विशेषताएं: पूर्ण रूप से विद्युतीकृत, 36 सुरंगें और 943 पुल

शामिल हैं:

  • चिनाब ब्रिज – दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे आर्च ब्रिज
  • अंजी खड्ड ब्रिज – भारत का पहला केबल-स्टे रेल ब्रिज

दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें रवाना की गईं:

  • कटरा से श्रीनगर और श्रीनगर से कटरा
  • नियमित सेवा शनिवार से शुरू हुई

विशेषताएं:

  • उप-शून्य तापमान में संचालन के लिए सिलिकोन हीटिंग पैड और हीटेड प्लंबिंग
  • यात्रा समय लगभग 3 घंटे तक कम
  • आधुनिक सुविधाएं और जलवायु के अनुसार अनुकूलन

सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया, जो अंतिम छोर और सीमा क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।

श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस:

  • कटरा में शिलान्यास
  • परियोजना लागत: ₹350 करोड़
  • रियासी जिले का पहला मेडिकल कॉलेज, जिससे स्वास्थ्य अवसंरचना को बढ़ावा मिलेगा।

जनगणना 2027: भारत में जातिगत आंकड़ों के साथ दो-चरणीय गणना शुरू होगी

गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि जनगणना 2027 दो चरणों में आयोजित की जाएगी और इसमें पहली बार जाति गणना भी शामिल होगी। संदर्भ तिथि 1 मार्च, 2027 निर्धारित की गई है, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बर्फीले क्षेत्रों को छोड़कर, जहाँ यह 1 अक्टूबर, 2026 होगी।

जनगणना अधिनियम, 1948 की धारा 3 के तहत एक अधिसूचना 16 जून, 2025 को आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी। जनगणना जनगणना अधिनियम, 1948 और जनगणना नियम, 1990 के प्रावधानों का पालन करेगी।

2011 में पिछली जनगणना भी दो चरणों में आयोजित की गई थी। 2021 की जनगणना को COVID-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था।

भारत नॉर्वे के कोंग्सबर्ग के साथ समझौता ज्ञापन के तहत अपना पहला ध्रुवीय अनुसंधान पोत बनाएगा

3 जून 2025 को, भारत ने अपनी समुद्री और अनुसंधान क्षमताओं में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जब केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने नॉर्वे में नॉर-शिपिंग 2025 कार्यक्रम के दौरान गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) और नॉर्वेजियन फर्म कोंग्सबर्ग के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारत के पहले ध्रुवीय अनुसंधान पोत (पीआरवी) के निर्माण की शुरुआत का प्रतीक है।

पीआरवी भारत के राष्ट्रीय ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान केंद्र (एनसीपीओआर) का समर्थन करेगा और जलवायु परिवर्तन अनुसंधान, महासागर अध्ययन और ध्रुवीय अन्वेषण में भारत की भूमिका को बढ़ाएगा। कोंग्सबर्ग द्वारा डिजाइन और कोलकाता में जीआरएसई द्वारा निर्मित, यह पोत उन्नत वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित होगा।

सोनोवाल ने भारत की नई महासागर समुद्री रणनीति भी प्रस्तुत की, जिसे सागर से उन्नत किया गया है, और वैश्विक निवेश को आकर्षित करने के लिए सागरमाला 2.0 और 2.9 बिलियन डॉलर के समुद्री विकास कोष जैसे कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने ग्रीन शिपिंग, जहाज रीसाइक्लिंग और डिजिटल समुद्री प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने के लिए नॉर्वेजियन शिपऑनर्स एसोसिएशन (एनएसए) के साथ भी काम किया।

यूपी सरकार ने अग्निवीरों के लिए पुलिस नौकरियों में 20% आरक्षण को मंजूरी दी

3 जून 2025 को उत्तर प्रदेश सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत 4 साल की सैन्य सेवा के बाद राज्य पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) की भर्ती में अग्निवीरों के लिए 20% आरक्षण को मंजूरी दी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया यह निर्णय कांस्टेबल, घुड़सवार पुलिस और फायरमैन जैसी भूमिकाओं पर लागू होता है। इसके अतिरिक्त, पात्र अग्निवीरों को आयु सीमा में 3 वर्ष तक की छूट दी जाएगी।

इस पहल का उद्देश्य अग्निवीरों को नागरिक जीवन में बदलाव में सहायता करना और नौकरी की सुरक्षा प्रदान करना है। यूपी पुलिस लगभग 28,000 पदों पर भर्ती करने वाली है, जिससे अग्निवीरों को काफी लाभ होगा। हरियाणा ने पहले इसी तरह की आरक्षण नीति लागू की थी।

IATA की 81वीं वार्षिक आम बैठक: वैश्विक विमानन के लिए एक मील का पत्थर

अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) ने अपनी 81वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) और विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन (WATS) का आयोजन 1 से 3 जून, 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया।
यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम 42 वर्षों बाद भारत में आयोजित हुआ, पिछली बार 1983 में IATA AGM भारत में हुआ था।

🔑 मुख्य आकर्षण:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन:
पीएम मोदी ने भारत की तेजी से बढ़ती विमानन क्षमता को रेखांकित किया और बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन चुका है।

भारत का विमानन परिवर्तन:
UDAN योजना की सफलता ने 1.5 करोड़ यात्रियों को किफायती हवाई यात्रा का अनुभव कराया है।

वैश्विक भागीदारी:
1,700 से अधिक प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया, जिनमें एयरलाइन कंपनियों के सीईओ, सरकारी अधिकारी और उद्योग जगत के प्रमुख नेता शामिल थे।

विमानन का भविष्य:
चर्चाओं का केंद्र रहा – सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF), डिकार्बोनाइजेशन के लिए फंडिंग, और एयर कनेक्टिविटी का विस्तार।


✈️ वैश्विक विमानन में भारत की भूमिका

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में विमानन विकास को बढ़ावा देने वाले तीन प्रमुख स्तंभों का उल्लेख किया:

1️⃣ विस्तृत बाजार – जो भारत की महत्वाकांक्षी समाज की झलक देता है।
2️⃣ मजबूत प्रतिभा समूह – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और क्लीन एनर्जी में अग्रणी नवाचारकर्ता।
3️⃣ समर्थक नीतिगत ढांचा – जो औद्योगिक विस्तार को प्रोत्साहित करता है।


🔮 भविष्य की ओर

हर साल 240 मिलियन (24 करोड़) यात्रियों के साथ उड़ान भरने वाला भारत, 2030 तक 500 मिलियन (50 करोड़) यात्रियों तक पहुंचने की दिशा में अग्रसर है।
यह शिखर सम्मेलन भारत की नवाचार, सतत विकास और वैश्विक सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।

भारतीय सेना ने अगली पीढ़ी की स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों का फील्ड परीक्षण किया

1 जून 2025 को, भारतीय सेना ने देशभर के प्रमुख स्थलों पर अगली पीढ़ी की रक्षा तकनीकों का परीक्षण शुरू किया, जिसमें पोखरण, बाबीना और जोशीमठ शामिल हैं। यह परीक्षण, जो निकट-युद्ध स्थितियों में इलेक्ट्रॉनिक युद्धक सिमुलेशन के साथ किए जा रहे हैं, नए सिस्टम्स के प्रदर्शन की कठोरता से जांच करने के उद्देश्य से हैं।

एयर डिफेंस प्रदर्शन भी आगरा और गोपालपुर में आयोजित किए जा रहे हैं।

परीक्षण किए जा रहे तकनीकों में शामिल हैं:

  • बिना चालक हवाई प्रणालियाँ (UAS)
  • UAV-लॉन्च Precision-Guided Munitions
  • लॉइटरिंग म्युनिशन्स
  • निम्न-स्तरीय हल्के रडार
  • इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्लेटफॉर्म्स
  • वर्टिकल-लॉन्च ड्रोन

ये सिस्टम्स आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत विकसित किए गए हैं, जिसमें रक्षा उद्योग के कई भागीदारों की सक्रिय भागीदारी रही है। लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि उभरती हुई युद्ध भूमि तकनीकों का त्वरित एकीकरण हो सके।

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