भारत ने सामरिक मिसाइलों का सफल परीक्षण किया: पृथ्वी-II, अग्नि-I और आकाश प्राइम
17 जुलाई 2025 को भारत ने परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों — पृथ्वी- II और अग्नि-I — का सफल परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से किया। ये परीक्षण स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड के अंतर्गत किए गए, जिनमें सभी संचालनात्मक और तकनीकी मानकों की पुष्टि हुई, जिससे भारत की परमाणु प्रतिरोध क्षमता और अधिक सुदृढ़ हुई।
🔸 पृथ्वी-II मिसाइल
- रेंज: लगभग 350 किमी
- पेलोड: 500 किलोग्राम (परमाणु/परंपरागत)
🔸 अग्नि-I मिसाइल
- रेंज: 700–900 किमी
- पेलोड: 1,000 किलोग्राम (परमाणु/परंपरागत)
ये दोनों मिसाइल प्रणाली भारत की रणनीतिक प्रतिरोध नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
🚀 अकाश प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण (16 जुलाई 2025, लद्दाख)
भारत ने 16 जुलाई 2025 को लद्दाख में अकाश प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल 4,500 मीटर से अधिक ऊंचाई पर भी संचालन करने में सक्षम है और इसे ऊंचाई वाले युद्धक्षेत्रों के लिए विशेष रूप से अनुकूलित किया गया है, जो वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास की परिस्थितियों में अहम है।
- स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर से सुसज्जित
- ऑपरेशनल फीडबैक के आधार पर अपग्रेड किया गया
- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी प्रभावशीलता साबित की