अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) ने अपनी 81वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) और विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन (WATS) का आयोजन 1 से 3 जून, 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया।
यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम 42 वर्षों बाद भारत में आयोजित हुआ, पिछली बार 1983 में IATA AGM भारत में हुआ था।
🔑 मुख्य आकर्षण:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन:
पीएम मोदी ने भारत की तेजी से बढ़ती विमानन क्षमता को रेखांकित किया और बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन चुका है।
भारत का विमानन परिवर्तन:
UDAN योजना की सफलता ने 1.5 करोड़ यात्रियों को किफायती हवाई यात्रा का अनुभव कराया है।
वैश्विक भागीदारी:
1,700 से अधिक प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया, जिनमें एयरलाइन कंपनियों के सीईओ, सरकारी अधिकारी और उद्योग जगत के प्रमुख नेता शामिल थे।
विमानन का भविष्य:
चर्चाओं का केंद्र रहा – सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF), डिकार्बोनाइजेशन के लिए फंडिंग, और एयर कनेक्टिविटी का विस्तार।
✈️ वैश्विक विमानन में भारत की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में विमानन विकास को बढ़ावा देने वाले तीन प्रमुख स्तंभों का उल्लेख किया:
1️⃣ विस्तृत बाजार – जो भारत की महत्वाकांक्षी समाज की झलक देता है।
2️⃣ मजबूत प्रतिभा समूह – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और क्लीन एनर्जी में अग्रणी नवाचारकर्ता।
3️⃣ समर्थक नीतिगत ढांचा – जो औद्योगिक विस्तार को प्रोत्साहित करता है।
🔮 भविष्य की ओर
हर साल 240 मिलियन (24 करोड़) यात्रियों के साथ उड़ान भरने वाला भारत, 2030 तक 500 मिलियन (50 करोड़) यात्रियों तक पहुंचने की दिशा में अग्रसर है।
यह शिखर सम्मेलन भारत की नवाचार, सतत विकास और वैश्विक सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।