ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत 32 देशों में सात सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है, जो आतंकवाद के खिलाफ एकजुट राजनीतिक मोर्चा दिखाएगा। इस राजनयिक संपर्क अभियान में सेवानिवृत्त राजनयिकों के साथ कुल 59 संसद सदस्य भाग लेंगे।
प्रतिनिधिमंडल 1 (बीजेपी के बैजयंत पांडा के नेतृत्व में):
सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत और अल्जीरिया का दौरा
इसमें गुलाम नबी आज़ाद, निशिकांत दुबे, असदुद्दीन ओवैसी शामिल हैं
प्रतिनिधिमंडल 2 (बीजेपी के रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में):
यूके, फ्रांस, जर्मनी, ईयू, इटली, डेनमार्क का दौरा
इसमें अमर सिंह, प्रियंका चतुर्वेदी, एम जे अकबर शामिल हैं
प्रतिनिधिमंडल 3 (जेडीयू के संजय कुमार झा के नेतृत्व में):
इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान, सिंगापुर का दौरा
इसमें यूसुफ पठान, जॉन ब्रिटास, सलमान खुर्शीद शामिल हैं
प्रतिनिधिमंडल 4 (शिवसेना के श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में):
यूएई, लाइबेरिया, कांगो, सिएरा लियोन का दौरा
इसमें बांसुरी स्वराज, सस्मित पात्रा, ई.टी. मोहम्मद बशीर, एस.एस. अहलूवालिया
प्रतिनिधिमंडल 5 (कांग्रेस के शशि थरूर के नेतृत्व में):
अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील, कोलंबिया का दौरा
इसमें सरफराज अहमद, शंभवी, जीएम हरीश बालयोगी, मुरली देवड़ा शामिल हैं
प्रतिनिधिमंडल 6 (डीएमके के कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में):
स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया, रूस का दौरा
इसमें मियां अल्ताफ अहमद, राजीव राय, प्रेम चंद गुप्ता शामिल हैं
प्रतिनिधिमंडल 7 (एनसीपी-एससीपी की सुप्रिया सुले के नेतृत्व में):
मिस्र, कतर, इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका का दौरा
इसमें राजीव प्रताप रूडी, अनुराग सिंह ठाकुर, वी मुरलीधरन, मनीष तिवारी शामिल हैं
यह प्रमुख राजनयिक पहुंच वैश्विक आतंकवाद का मुकाबला करने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए भारत की द्विदलीय प्रतिबद्धता को दर्शाती है।