डीएई ने भारत की पहली नाइट्रिक-ऑक्साइड घाव ड्रेसिंग और नई दुर्लभ-पृथ्वी संदर्भ सामग्री लॉन्च की

परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) ने स्वास्थ्य सेवा और दुर्लभ-पृथ्वी अनुसंधान में उपयोगी दो बड़े वैज्ञानिक नवाचारों की घोषणा की है।

भारत का पहला नाइट्रिक-ऑक्साइड रिलीज़ करने वाला घाव ड्रेसिंग “ColoNoX” लॉन्च किया गया है, जिसका उपयोग डायबिटिक फुट अल्सर (DFU) के इलाज में किया जाएगा।

  • यह तकनीक BARC और Cologenesis Pvt. Ltd. द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है।
  • इसने सफलतापूर्वक फेज II और III क्लिनिकल ट्रायल पूरे किए हैं।
  • व्यावसायिक उत्पादन के लिए इसे DCGI की मंजूरी मिल गई है।

DAE के सचिव डॉ. अजीत कुमार मोहंती ने कहा कि यह नवाचार डायबिटिक रोगियों को किफायती और प्रभावी उपचार प्रदान करेगा।

DAE ने एक नया प्रमाणित संदर्भ सामग्री (CRM) भी जारी किया है, जिसका नाम फेरोकार्बोनेटाइट (FC) – BARC B140 है, जिसे दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (REE) की खोज और प्रोसेसिंग के लिए विकसित किया गया है।

  • यह BARC के NCCCM और हैदराबाद स्थित एटॉमिक मिनरल्स डायरेक्टरेट (AMD) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया गया है।
  • यह 13 दुर्लभ-पृथ्वी तत्वों और 6 प्रमुख तत्वों के प्रमाणित मान प्रदान करता है।
  • यह भारत का इस प्रकार का पहला CRM है और विश्व में केवल चौथा है।

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