रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 12 अप्रैल 2025 को सुखोई-30 एमकेआई विमान से लंबी दूरी के ग्लाइड बम ‘गौरव’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, गौरव बम ने परीक्षणों के दौरान उच्च सटीकता के साथ 100 किलोमीटर के करीब की रेंज का प्रदर्शन किया।
गौरव 1000 किलोग्राम वर्ग का स्वदेशी रूप से विकसित ग्लाइड बम है, जिसे अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई), आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) और एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर), चांदीपुर, ओडिशा द्वारा डिजाइन किया गया है।
डीआरडीओ और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे और उन्होंने परीक्षणों की समीक्षा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल विकास के लिए डीआरडीओ, आईएएफ और उद्योग की प्रशंसा करते हुए कहा कि गौरव सशस्त्र बलों की क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।
डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने भी सफल परीक्षणों के लिए डीआरडीओ टीम को बधाई दी।