5 जून 2025 को जब केंद्र में एनडीए सरकार ने अपने 11 वर्ष पूरे किए, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के कल्याण के प्रति अपनी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने पिछले दशक को परिवर्तनकारी और समावेशी शासन की अवधि बताया।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि लगातार सरकारी प्रयासों के चलते 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है।
उन्होंने प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं को उजागर किया जैसे:
- प्रधानमंत्री आवास योजना
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
- जन धन योजना
- आयुष्मान भारत योजना
इन योजनाओं ने विशेष रूप से वंचित वर्गों के लिए आवास, स्वच्छ ईंधन, बैंकिंग और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को बेहतर बनाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन बातों पर भी ज़ोर दिया:
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT)
- डिजिटल समावेशन
- ग्रामीण अवसंरचना विकास
इनके माध्यम से सरकार ने पारदर्शी और कुशल शासन को सुनिश्चित किया है।
प्रधानमंत्री ने फिर दोहराया कि लक्ष्य है एक समावेशी और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण, जहाँ हर नागरिक गरिमा के साथ जीवन जी सके।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY):
- 2020 में COVID-19 महामारी के दौरान आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत शुरू की गई।
- 1 जनवरी 2024 से इसे पांच वर्षों के लिए बढ़ाया गया, जिसकी अनुमानित लागत ₹11.80 लाख करोड़ है।
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत 81 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को हर महीने नि:शुल्क खाद्यान्न प्रदान किया जाएगा।