11 जुलाई 2025 को भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य (Maratha Military Landscapes) को आधिकारिक रूप से यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया, जिससे यह भारत की 44वीं विश्व धरोहर स्थल बन गई।
🔹 विश्व धरोहर समिति के 47वें सत्र में मान्यता प्राप्त होने के साथ, यह सम्मान भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत को दर्शाता है और 17वीं से 19वीं शताब्दी ईस्वी के दौरान मराठा साम्राज्य की रणनीतिक कुशलता को उजागर करता है।
📍 इस सूची में महाराष्ट्र और तमिलनाडु में स्थित 12 ऐतिहासिक किलों को शामिल किया गया है, जैसे:
महाराष्ट्र के किले: रायगढ़, राजगढ़, शिवनेरी, प्रतापगढ़, विजयदुर्ग, पन्हाला, सुवर्णदुर्ग, सिंधुदुर्ग, लोहगढ़, साल्हेर, खांदेरी
तमिलनाडु का किला: जिन्जी किला (Gingee Fort)
📜 यह प्रस्ताव जनवरी 2024 में प्रस्तुत किया गया था और यूनेस्को तथा ICOMOS द्वारा 18 महीनों की कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में अंतिम निर्णय लिया गया।